उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU) का Assignment और Exam System – नए छात्रों के लिए पूरी जानकारी

अगर आपने अभी-अभी BA 1st Semester या किसी अन्य कोर्स में UOU (उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय) से दाखिला लिया है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। कई छात्र सिर्फ सिस्टम की जानकारी ना होने की वजह से फेल हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर UOU का Assignment और Exam सिस्टम कैसे काम करता है।

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU) का Assignment और Exam System – नए छात्रों के लिए पूरी जानकारी



📘 विषयों के प्रकार – कितने तरह के Subject होते हैं?

UOU में पढ़ाए जाने वाले विषयों को मुख्यतः तीन श्रेणियों में बांटा गया है:


📘 1. केवल थ्योरी आधारित विषय (100 अंक)

  • विवरण: इन विषयों में केवल थ्योरी परीक्षा होती है। किसी भी प्रकार का असाइनमेंट नहीं होता है।

  • उदाहरण:

    • AECC (Ability Enhancement Compulsory Courses)

    • GEPS (Generic Elective Public Service)

    • VAC-09 और अन्य VAC (Value Added Courses)

  • अंक विभाजन:

    • केवल थ्योरी परीक्षा – 100 अंक

  • पासिंग मार्क्स: 35/100

✅ ये विषय उन छात्रों के लिए आसान हो सकते हैं जिन्हें लिखित परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन आता है।


📙 2. थ्योरी + असाइनमेंट आधारित विषय (70+30)

  • विवरण: इन विषयों में थ्योरी परीक्षा (70 अंक) के साथ-साथ असाइनमेंट (30 अंक) भी होता है।

  • उदाहरण:

    • BAPS – Political Science

    • BAHI – History

    • BAHL – Hindi Literature

  • अंक विभाजन:

    • थ्योरी परीक्षा – 70 अंक

    • असाइनमेंट – 30 अंक

  • पासिंग मार्क्स:

    • थ्योरी में 70 का 35%

    • असाइनमेंट में 30 (Assignment 1+Assignment 2)

📌 ध्यान दें: दोनों भागों में अलग-अलग पास होना अनिवार्य है, नहीं तो Back लगेगा।


📗 3. स्किल आधारित विषय (40+60)

  • विवरण: ये विषय Skill Development पर आधारित होते हैं और इनमें असाइनमेंट का महत्व अधिक होता है।

  • उदाहरण:

    • SECIT – Information Technology

    • DMM – Digital Marketing & Management

    • SECCS – Cyber Security 

    • WDD – Web Development 

    • CRTI – Right to Information 

  • अंक विभाजन:

    • थ्योरी परीक्षा – 40 अंक

    • असाइनमेंट – 60 अंक

  • पासिंग मार्क्स:

    • थ्योरी में 40 का 35%

    • असाइनमेंट में 60 का 35%

📢 यहाँ Assignment में मेहनत करने की ज्यादा जरूरत होती है, क्योंकि कुल अंकों में उसका योगदान 60% होता है।


🔁 असाइनमेंट के प्रयास और स्तर

  • प्रयासों की संख्या: हर छात्र को प्रत्येक विषय के असाइनमेंट के लिए 2 प्रयास (Attempts) मिलते हैं।

  • मान्यता: दोनों प्रयासों में से जिसमें अधिक अंक मिलते हैं, वही अंक अंतिम रूप से मान्य किए जाते हैं।

  • असाइनमेंट का स्तर:

    • कुछ विषयों में असाइनमेंट को दो भागों में बाँटा गया है – प्रत्येक 15 अंकों का, कुल 30 अंक।

    • इससे छात्र को संतुलित तरीके से विषय समझने और अभिव्यक्त करने का मौका मिलता है।


❗ यदि जानकारी न हो तो क्या होता है?

  • कई छात्र असाइनमेंट नहीं बनाते क्योंकि उन्हें इसकी अनिवार्यता की जानकारी नहीं होती।

  • कुछ छात्र केवल Written Exam देते हैं और सोचते हैं कि वही काफी है, जबकि Assignment में फेल होने पर भी Back लग जाता है।


👥 यह जानकारी किन छात्रों के लिए सबसे जरूरी है?

  • 🎯 12वीं पास करके BA/B.Com/B.Sc. 1st Semester में आए नए छात्र।

  • ⚠️ वो छात्र जिन्होंने पिछली परीक्षा दी लेकिन असाइनमेंट नहीं बनाया और अब Back लग गया।


🎥 वीडियो देखना न भूलें

📌 हमने इस पूरी जानकारी को आसान भाषा में वीडियो में भी समझाया है।
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✍️ निष्कर्ष (Conclusion)

UOU का Assignment और Exam सिस्टम थोड़ा अलग जरूर है, लेकिन अगर इसकी सही जानकारी समय पर मिल जाए तो अच्छे अंक लाना आसान है। असाइनमेंट को हल्के में न लें — यह आपके Result को बना भी सकता है और बिगाड़ भी!



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